गाफिल स्वामी वाक्य
उच्चारण: [ gaaafil sevaami ]
उदाहरण वाक्य
- गाफिल स्वामी, सच्चिदानंद इसान, पंकज शर्मा एवं जयदीप पाल दीप की कविताएं भी अच्छी व पठनीय है।
- तृप्ति सोनकर के सरस्वती वंदना एवं अलीगढ के कवी एवं पत्रकार गाफिल स्वामी द्वारा भ्रष्टाचार पर केन्द्रित कविता को मुक्तकंठ से सराहना मिली.
- तृप्ति सोनकर के सरस्वती वंदना एवं अलीगढ के कवी एवं पत्रकार गाफिल स्वामी द्वारा भ्रष्टाचार पर केन्द्रित कविता को मुक्तकंठ से सराहना मिली अब अगर जो वो रास्ते में आ जाए!!
- रामसनेही लालशर्मा ' यायावर ' गाफिल स्वामी, राजेश प्रभाकर, शेशपाल सिंह शेष, ड्रा. एम. पी. विमल, अजीत फौजदार, सुरेंद्र सिंह वर्मा सहित अनेक साहित्यकार व गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे.
- गाफिल स्वामी ' की यह कुण्डलिया समाज में परिव्याप्त भ्रष्टाचार त्रस्त एक आम आदमी की पीड़ा और विवशता को अभिव्यंजित कर रही है-ऊपर वाला सो रहा, अपनी चादर ओढ़ फैल रहा संसार में, भ्रष्टाचारी कोढ़ भ्रष्टाचारी कोढ, दुःखी है जनता सारी चाहे जग मर जाय, मौज में भ्रष्टाचारी कह गाफिल कविराय, भ्रष्ट का जीवन आला दीन दुःखी लाचार, सो रहा ऊपर वाला।
- रवि शर्मा, श्री प्रदीप गर्ग पराग (फरीदाबाद), श्री गाफिल स्वामी (अलीगढ), डा. अजय कुमार भटनागर (मुज्जफर नगर), श्री नासाद औरंगावादी (समस्तीपुर, बिहार), दिल्ली रत्न लाल बिहारी लाल, डा. ए.क ीर्तिबर्धन (मुज्जफर नगर), श्री प्रकाश लखानी एवं श्री एन. एल. गोसाईं (फरीदाबाद) आदि १ ६ विद्वानों ने भाग लिया।
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